चेष्टा सक्सेना के छंद
चेष्टा छंद में लिखती हैं. खरा और तीख़ा. कवि कहलाये जाने की आकांक्षा उनके यहाँ नहीं है और न ही पोलिटिकली करेक्ट होने की. रोज़ ब रोज़ के निजी और सामाजिक जीवन की विसंगतियों को वह ज़रूरी तंज़ के साथ कहती चली...
View Articleअनुराधा सिंह की कविताएँ
पिछले कुछ सालों में हिंदी कविता संसार में स्त्रियों की जो नई खेप आई है वह न केवल अपने अधिकारों और वंचना को लेकर सावधान और व्यग्र है बल्कि अपनी अभिव्यक्ति के लिए लगातार नई भाषा और नए शिल्प की तलाश में...
View Articleसुजाता की कविताएँ
सुजाता ने इधर हिन्दी कविता जगत में महत्त्वपूर्ण पहचान हासिल की है.दो साल पहले उनकी कविताएँ असुविधा पर प्रकाशित हुई थीं. अपने अलहदा बिम्ब, परम्परा तथा आधुनिकता संपन्न भाषा संस्कार, टटका बिम्बों व सघन...
View Articleघनश्याम कुमार देवांश की कविताएं
इस वर्ष के ज्ञानपीठ नवलेखन सम्मान से सम्मानित घनश्याम कुमार देवांशयुवा कवियों के उस विरल समूह से हैं जो और सब तो छोड़िए, फेसबुक पर भी नहीं पाये जाते। अपने चुने हुए एकांत मे पिछले सात-आठ सालों से लगातार...
View Articleउज्ज्वल भट्टाचार्य की कविताएँ
लम्बे समय से जर्मनी में रह रहे आधे जर्मन और पूरे भारतीय उज्ज्वल भट्टाचार्यको कविता की दुनिया में आमतौर पर एक शानदार अनुवादक के रूप में जाना जाता है. एरिष फ्रीड, बर्तोल्त ब्रेष्ट, हान्स माग्नुष...
View Articleअमिय बिंदु की कहानी - कशमकश
अमिय बिन्दु के कहानी- संग्रह "अमरबेल की उदास शाखायें"पांडुलिपि को भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा नवलेखन पुरस्कारों की श्रेणी में अनुशंसित किया गया है. उन्हें बहुत बधाई. यहाँ प्रस्तुत हैं इसी संकलन से एक कहानी...
View Articleमृदुला शुक्ला की कविताएँ
मृदुला शुक्लाने पिछले कुछ वर्षों में हिन्दी कविता की दुनिया में अपनी पुख्ता ज़मीन निर्मित की है. उनकी कविताओं का संसार विस्तृत है. यहाँ एक मध्यवर्गीय स्त्री की प्रश्नाकुल आँखों से देखी गई दुनिया है...
View Articleश्वेता तिवारी की ताज़ा कविताएँ
श्वेता तिवारी की कविताएँ आप असुविधा पर पहले भी पढ़ चुके हैं. बहुत कम लिखने और उससे भी कम छपने वाली श्वेता अक्सर दिल्ली की साहित्यिक जमघटों से भी अनुपस्थित रहती हैं. उनकी कविताएँ अपने बेहद कसे शिल्प और...
View Articleइला जोशी की कविताएँ
इन दिनों बम्बई में रह रही इला जोशीएकदम युवा पीढ़ी के उन गिने-चुने कवियों में से हैं जिनकी सामाजिक राजनैतिक सक्रियता साहित्यिक सक्रियता से भी ज़्यादा है. वह "मोर्चे पर कवि"के आयोजकों में से हैं जो पिछले...
View Articleस्वयं प्रकाश का सफ़र - हिमांशु पण्ड्या
यह लेख वैसे तो "स्वयं प्रकाश की चुनिन्दा कहानियाँ"न की भूमिका के रूप मे लिखा गया है, लेकिन स्वतंत्र रूप से इसे पढ़ते हुए भी आप स्वयं प्रकाश की कहानियों के विस्तृत परिसर के देखे-अदेखे झरोखों के तमाम पते...
View Articleबंकर बस्ती - निदा नवाज़ की कविता
निदा नवाज़ हमारे लिए कश्मीर की आँख भी हैं और ज़बान भी. ख़बरों की भीड़ में कश्मीर का सच उनके यहाँ से मिलता है हमें. उनकी कविताएँ युद्ध भूमि के बीच बैठकर लिखी कविताएँ हैं...पागलपन के दौर में एक रौशनख़याल कवि...
View Articleमृगतृष्णा की पाँच कविताएँ
इस सदी के दूसरे दशक में ख़ासतौर से सोशल मीडिया के विस्तार के साथ स्त्री कवियों की एक पूरी खेप सामने आई है. जैसे वर्षों से दबी हुई अभिव्यक्तियाँ अचानक ज्वालामुखी के लावे सी बाहर आई हैं. कभी धधकती हुई,...
View Articleअरुण कमल का संकलन "मैं वो शंख महाशंख"पढ़ते हुए
अस्सी के दशक के बेहद महत्त्वपूर्ण कवि अरुण कमल के इस संकलन पर मैंने परिकथा के लिए लिखा था जो बाद मे राजकमल प्रकाशन के न्यूज़ लेटर मे भी छपा। आज यहाँ उनके जन्मदिन पर शुभकामनाओं के साथ पीछे से ताक रही...
View Articleतरुण भटनागर की तीन कविताएँ
तरुण भटनागरके कथाकार रूप से हम सब परिचित हैं लेकिन कविता में उनकी गहरी रूचि के बारे में कम ही लोग जानते हैं. कई मुलाक़ातों में जब उनसे कविताओं पर लम्बी लम्बी बातें हुईं तो बहुत...
View Articleजितेन्द्र बिसारिया की लम्बी कविता - जोगी
जितेन्द्रमूलतः कथाकार हैं लेकिन कविताएँ भी लगातार लिखते हैं. लोक और इतिहास का एक सुन्दर और मानीखेज़ समन्वय उनके यहाँ समकालीन आख्यान की शक्ल ले लेता है. इधर नाथ सम्प्रदाय पर बात चली तो मुझे उनकी भेजी यह...
View Article'अनारकली ऑफ आरा’ - जीवन के विरोधाभासों के करीब
विभावरी अनारकली ऑफ आरा’ देखने की बहुप्रतीक्षित ललक, पहले हफ्ते के आखिरी दिन लगभग आखिरी शो देख कर खत्म हुई. किसी फिल्म को नकार देना बेहद आसान काम है बनिस्पत उस फिल्म से उन चीज़ों को निकाल लाने के जो एक...
View Articleउपासना झा की कविताएँ
उपासना झाने ढेर सारे उपक्रम किये हैं, होटल मैनेजमेंट से लेकर हिंदी में मास्टरी तक. उनकी कविताएँ अभी एकदम हाल में सामने आई हैं और उम्मीद जगाने वाली हैं. भाषा का एक सौष्ठव है उनके यहाँ जो विषय को गतिमान...
View Articleसंज्ञा उपाध्याय की कविताएँ
लमही के ताज़ा अंक में संज्ञा की कविताएँ देखना मेरे लिए सुखद आश्चर्य सा था.कविताओं की वह गंभीर और सहृदय पाठक है, यह मैं जानता था और यह भी कि उसने कभी-कभार जो कविताएँ लिखी हैं, उनके प्रकाशन को लेकर कभी...
View Articleकश्मीरी कविता की तीन पीढ़ियाँ
कश्मीरी कविता की तीन पीढ़ियों की ये कविताएँ वागर्थ के लिए अनुवाद की थीं. अब यहाँ आपके लिए अशोक कुमार पाण्डेय गुलाम मोहम्मद महजूर3 सितंबर 1885 को श्रीनगर से कोई 37 किलोमीटर दूर नेत्रगाम,पुलवामा मे जन्मे...
View Articleप्रदीप अवस्थी की कविताएँ
प्रदीप अवस्थी की कविताओं ने इधर लगातार प्रिंट में तथा ब्लॉग्स पर अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज़ की है. उनकी कविताएँ एक असंतुष्ट युवा की कविताएँ हैं, कई बार भाषिक संयम तोड़ डालने की हद तक दुःख और क्रोध के...
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