मनोरमा की कविताएँ
मनोरमा की ये कविताएँ काफ़ी पहले मुझे मिली थीं. फिर अपना आलस्य, लापरवाही. तो क्षमायाचना के साथ आज पोस्ट कर रहा हूँ.इन कविताओं के शीर्षक नहीं हैं. मैंने अपनी ओर कोई शीर्षक देना उचित भी नहीं समझा. इन्हें...
View Articleसत्यापन पर डा रोहिणी अग्रवाल
’आराधन का दृढ़ आराधन से दो उत्तर’’’बोले विश्वस्त कंठ से जांबवान – रघुबरविचलित होने का नहीं देखता मैं कारणहे पुरुष सिंह, तुम भी यह शक्ति करो धारणआराधन का दृढ़ आराधन से दो उत्तरतुम वरो विजय संयत प्राणों से...
View Articleएक थका बोझ लिये आता हूँ. ज़िंदगी चालीस की हो गई और अब तक कुछ भी नहीं कर पाया -...
चालीस की उम्र यानी हम जैसों के लिए ज़िन्दगी के दूसरे या फिर तीसरे हिस्से की ओर क़दम. थोड़ा ठहरने का वक़्त और फिर चलने से पहले एक साँस ले लेने का. एक मनुष्य के अपने निजी इतिहास में चालीस तक कितने इतिहास...
View Article‘‘अब का लउटि के ना अइबे का रे बाबू’’ (शेष स्मृति प्रो. तुलसीराम)
जितेन्द्र बिसारिया ओह!...
View Articleसंजय जोठे की कविताएँ
संजय जोठेयुवा और सक्रिय साथी हैं. अभी उन्होंने ज्योति बा फुले पर एक किताब लिखी है और एक महत्त्वपूर्ण फेलोशिप भी उन्हें मिली है. ये कविताएँ उन्होंने मुझे काफी पहले भेजी थीं. इधर की व्यस्तता के चलते...
View Articleदेवेन्द्र आर्य की ग़ज़लें
प्रतिष्ठित गीतकार, कवि और ग़ज़लगो देवेन्द्र जी किसी परिचय के मुहताज नहीं. धूप सिर चढ़ने लगी, सुबह भीगी रेत पर, ख़िलाफ़ ज़ुल्म के जैसे गीत संग्रहों और किताब के बाहर, ख़्वाब ख़्वाब ख़ामोशी, आग बीनती औरतें और उमस...
View Articleनीरू असीम की लम्बी कविता - उखड़ा हुआ आदमी
नीरू असीम कीकविताएँअसुविधा के पाठक पहले भी पढ़ चुके हैं. बहुत कम लिखने वाली और उससे भी कम शाया होने वालीं नीरू कनाडा में रहते हुए पंजाबी और हिंदी में लिखती हैं. भाषा और कहन की उनकी परिपक्वता मानीखेज...
View Articleविश्व नृत्य दिवस पर स्वरांगी साने की कविताएँ
चित्र इंटरनेट से साभार पुणे में रहने वालीं स्वरांगी सानेकला, संगीत, नृत्य और साहित्य में समान अभिरुचि रखती हैं. आज विश्व नृत्य दिवसपर उनकी इन कविताओं से गुज़रते हुए आप न नृत्य और उसकी भंगिमाओं के बहाने...
View Articleमहाभूत चन्दन राय की प्रेम कविताएँ
महाभूत एक बीहड़ कवि हैं. बहुत गहरे भटकने वाले. एक मुसलसल बेचैनी उनकी कविताओं का अविभाज्य हिस्सा नहीं बल्कि ऊर्जा स्रोत है. उन्होंने अक्सर लम्बी गद्यात्मक कवितायें लिखी हैं. आज अचानक उनकी इन प्रेम...
View Articleकोठागोई : क़िस्सागोई : जिन बाबू ने दिया रुपइया वो हैं मेरे दिल के अंदर/ मैं...
प्रकाशन से पहले ही चर्चा में आ चुकी प्रभात रंजन की किताब क़िस्सागोई से एक हिस्सा पाठकों के लिए। किताब इसी महीने वाणी प्रकाशन से आनी है। ===============================कौन नगर से पानी लाए कौन नगर से दाना...
View Articleपिता के लिए : कृष्णकान्त की दो कवितायें
भारतीय समाज में पिता और पुत्र का संबंध ऊपर से कितना भी सरल लगे भीतर से बेहद जटिल है। पिता पर कविता लिख पाना भावुकता भर से संभव नहीं। राजनीतिक रूप से सचेत और समकालीन परिदृश्य पर गहरी नज़र रखने वाले युवा...
View Articleप्रोमिला क़ाज़ी की छह कविताएँ
प्रोमिला क़ाज़ी से मुलाक़ात सुमन केशरी जी के घर पर आयोजित एक अनौपचारिक कवि गोष्ठी में हुई थी और तभी उनकी कविताएँ पहली बार सुनी थीं. एन्द्रिक प्रेम की उनकी कविताओं का स्वभाव सूफियाना है. भाषा का ठाठ अलग है...
View Articleयह समर्पण ध्वनि है -तूर्य की सी बुझती हुई
आज अपनी एक कविता जो तद्भव के ताज़ा अंक में प्रकाशित हुई है. (शुक्लाष्टमी)[1]रात का वक़्त है नहीं है यहबहुत मुमकिन है कि जो देख रहा हूँ वह स्वप्न हो कोई दुस्वप्न सा पर वक़्त नहीं है रात का देखोसाफ़ दिख रहा...
View Articleरीतेश मिश्र की कविताएँ
रितेश वैसे तो पत्रकार हैं, घुमक्कड़ हैं, कवितायें लिखते हैं लेकिन अगर उनके लिए कोई विशेषण उपयोग ही करना हो तो कहूँगा ठेठ इलहाबादी हैं. मुहफट, बिंदास और गहरी बातों को बेसलीका कहने का सलीका. बहुत पहले...
View Articleअमित उपमन्यु की कविताएँ
आज के आपाधापी वाले युवतर कविता संसार में अमित अपनी तरह का अलमस्त कवि है. संगीत, रंगमंच, खेल, विज्ञान और फ़िल्मों में अपनी गहन रूचि के बीच उसकी कवितायें तमाम स्रोतों से अपने पाथेय ग्रहण करती बहुत तफसील...
View Articleअरुण श्रीवास्तव की तीन कविताएँ
अरुण अपने मूल रूप में एक राजनीतिक कवि हैं. एक सहज आवेग से भरी उनकी भाषा में प्रयोग उतने नहीं हैं जितना प्रवाह. इस रुक्ष भाषा समय में उनकी भाषा में विन्यस्त ध्वन्यात्मक सौन्दर्य आश्वस्त करता है. कविता...
View Articleसर्वेश सिंह की कविताएँ
युवा कवियों की कविताओं की इस प्रस्तुति में रीतेश मिश्र, अमित उपमन्युऔर अरुण श्रीके बाद आज सर्वेश सिंह की कविताएँ प्रस्तुत हैं. एक डिग्री कालेज में हिंदी के प्रवक्ता सर्वेश कविता के अलावा कहानियाँ भी...
View Articleभाषांतर - नेपाली कविताएँ
नेपाली के इन पांच युवा कवियों की कवितायेँ हमें चंद्रा गुरुंग ने उपलब्ध कराई हैं. चंद्रा हिंदी नेपाली कविता के अध्येता हैं और दोनों ही भाषाओं के बीच अनुवाद का ज़रूरी काम कर रहे हैं. ये कवितायें अलग अलग...
View Articleशरद कोकास की कविताएँ
शरद कोकास अपनी विशिष्ट लम्बी कविताओं के लिए जाने जाते हैं, पुरातत्ववेत्ता जैसी कविता तो खैर अब इतिहास में दर्ज़ है. यहाँ उन्होंने मष्तिष्क का उत्खनन किया है. मनुष्य की निर्मिति के सबसे संश्लिष्ट और सबसे...
View Articleरविकान्त की कविताएँ
1975 में जन्में कवियों से एक ख़ास तरह का मोह होना मेरे लिए स्वाभाविक ही है. फिर लगभग एक जैसी सामाजिक परिस्थितियों में रहते हुए राजनीतिक सामाजिक बवंडरों से भरा साझा नब्बे का दशक बहुत करीब ले आता है....
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